पहले सऊदी रियासत का बाकायदा तौर पर स्थापना इमाम मोहम्मद सऊद ने 1139 हिजरी के मुताबिक सन 1727 को किया था इसकी राजधानी अल्दरिया को बनाया गया था। पहली सऊदी रियासत के संस्थापक के द्वारा कुरान कानून और सुन्नत को करार दिया गया था।
सऊदी अरब में यौमे तासिस 300 साल पहले स्थापना होने वाली सऊदी रियासत की याद को दिलाने वाला दिन बताया जाता है। यौमे तासिस पहली सऊदी रियासत के इतिहास और इसकी विरासत के भूले बिसरे यादों को ताजा करता है।
यह दिन प्यारे देश की खातिर सऊदी रईस सुल्तान और आम जनता की कुर्बानियों का मिसाल का दिन है।
हरम शरीफ के कस्टोडियन बादशाह सलमान बिन अब्दुल अजीज ने 27 जनवरी 2022 को शाही फरमान जारी करते हुए पहली सऊदी रियासत की स्थापना के दिन को योमें तासीस के तौर पर मनाने का फैसला किया।
औऱ जहाँ तक बात है सऊदी अरब के यौमे वतनी (नेशनल डे) का तो यह हर साल 23 सितंबर को मनाया जाता है। यौमे वतनी तीसरे सऊदी रियासत की स्थापना की खुशी में मनाया जाता है। यह बादशाह अब्दुल अजीज अल सऊद के द्वारा तीसरी सऊदी रियासत की स्थापना का ऐलान 23 सितंबर 1932 को किया था और इसी के मुताबिक सऊदी आम और खास सभी आवाम 23 सितंबर को यौमे वतनी मनाते हैं।
सऊदी अरब की सरकारी न्यूज़ एजेंसी एसपीए की रिपोर्ट के मुताबिक यौमे तासिस
के शाही फरमान को जारी करने पर रिपोर्ट में पहली सऊदी रियासत की स्थापना का रिश्ता रियासत मदीना
और इसके संस्थापक का रिश्ता कबीला बनु हनीफा से साबित किया गया है।