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फिलिस्तीन की चित्रकार ने पोर्ट्रेट के ज़रिए ग़िज़ा में महिलाओ की स्थिति को दर्शाया
फिलिस्तीन के चित्रकार अबीर जिब्रील की तस्वीर में बेले डांसर को कांटेदार तारों में जकड़ा हुआ पत्थरों के ऊपर नाचते हुए विभिन्न रखो रुकावटों का सामना करते हुए दिखाया गया है।
रॉयटर न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक 35 साल की अबीर जिब्रील को यह उम्मीद है कि उनकी तस्वीर के जरिए से गिजा में महिलाओं को पेश आने वाली सामाजिक और राजनीतिक समस्याओं की तरफ तवज्जो दिलाई जाएगी।
उनका कहना है कि गिजा जो कि 20 लाख लोगों के रहने की जगह है आज यह जगह युद्ध और आर्थिक पाबंदियों की वजह से बदहाली का शिकार हो चुका है।
अबीर जिब्रील जो कि फ्रांस की कलाकार डिगास से काफी ज्यादा प्रभावित हैं उन्होंने बताया कि एक बैले डांसर को चुनने का उनका मकसद क्या है उन्होंने कहा कि मेरी वजह यह है कि मैं इससे खूबसूरती और ताकत की निशानी के तौर पर देखती हूँ।
उन्होंने बताया कि यह तस्वीर यह प्रदर्शित करती है कि एक औरत क्या कुछ नही करती है कैसे अपनी जिंदगी को गुजारती है किस तरह के हालातों का सामना वो अपने जिंदगी में करती है और वह किस तरह से जंजीरों में जकड़ी हुई है और वह यह भी दिखाना चाहती हैं कि गिजा में औरत क्या कुछ महसूस करती हैं।
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