वित्तीय सलाहकार शौकत के द्वारा सोमवार के दिन इस्लामाबाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस में आईएमएफ के साथ होने वाले अनुबंध के समरूपता में बताया गया है कि हर महीने पेट्रोलियम लेवी में 4 रुपये की वृद्धि की जाएगी और यह भी कहा गया है कि अभी इसे 30% लीटर तक ले जाया जाएगा।
वित्तीय सलाहकार के द्वारा बताया गया है कि आईएमएफ की तरफ से टैक्स रिफॉर्म्स जारी रखने के लिए कहा गया है। वित्त मंत्री के ऐलान के बाद यह सवाल दिमाग में आता है कि पेट्रोलियम लेवी क्या है और क्या इसमें वृद्धि हो जाने से हर महीने पेट्रोल उत्पाद की कीमतों में वृद्धि की जाएगी।
इस हवाले से अंग्रेजी अखबार डान के साथ जुड़े हुए एक सीनियर पत्रकार और आर्थिक मामलों के विशेषज्ञ खलीक ने उर्दू न्यूज़ के साथ बात करते हुए बताया कि पेट्रोलियम उत्पादों पर हर महीने करीब 4 लेवी जनता के लिए अच्छी खबर बिल्कुल भी नहीं है इससे बहुत कम ही समय में नुकसान देखना पड़ेगा।
उन्होंने इस बात का खुलासा किया कि 4 रुपये का मतलब यह नहीं है कि हर महीने पेट्रोल की कीमत में 4 रुपये की वृद्धि होने लगेगी बल्कि यह उससे कुछ ज्यादा और कुछ कम भी हो सकता है इसका जिम्मेदार वैश्विक तेल मंडी में तेल की कीमत और डॉलर के मुकाबले में रुपए की कीमत पर होगा।