विदेशों में रहने वाले लोगों की तरफ से अपने घर वालों को भेजी गई रकम की स्थिति में उन्हें एक बड़ी तादाद में प्रेषण दर हासिल होती है और अक्सर उनके देशों में मौजूद उनके परिवार वालों के लोगों को यह रकम बहुत ही देरी से मिलने की भी शिकायत सामने आती रहती है।
ऐसे ही कुछ समस्याओं का सामना अटक के रहने वाले दानिश हुसैन को भी करना पड़ा जब उनके बड़े भाई ने उनकी शैक्षिक व्यय के लिए बैंक के ज़रिए से यूरोप से पैसे भेजे थे।
दानिश बताते हैं कि उनके भाई पिछले 5 साल से इटली में रह रहे हैं और अक्सर वह पैसे भेजते रहते हैं लेकिन कभी कबार बैंक जरिए से भेजी गई रकम में काफी ज्यादा देरी हो जाती है और कभी कबार तो कई कई दिन गुजर जाने के बाद भी पैसे नहीं मिल पाते हैं उन्होंने उर्दू न्यूज़ के साथ बात करते हुए बताया कि हमें ऐसे में काफी ज्यादा परेशानी हो जाती है और बैंक के चक्कर काटने पड़ते हैं एक लंबा इंतजार होता है और इसका मानसिकता पर भी असर पड़ता है।
इस संबंध में कहा गया है कि बैंक विदेशों से हासिल होने वाली रकम को उपभोक्ता के अकाउंट में तुरंत ट्रांसफर करने के पाबंद होते हैं और अगर किसी वजह से रकम बैंक में भेजी गई है तो ऐसी स्थिति में 24 घंटे में वह रकम ट्रांसफर करने का बैंक पाबंद होता है।
उनका कहना है कि अगर बगैर किसी वजह के बैंक विदेशों से भेजी गई रकम उपभोक्ता के अकाउंट में ट्रांसफर करने में देरी करता है तो ऐसे में बैंक पर जुर्माना भी लगाया जा सकता है।