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दुनिया की सबसे कम उम्र में PHD करने वाली महिला ने हासिल की सऊदी नागरिकता
हरम शरीफ के कस्टोडियन बादशाह सलमान बिन अब्दुलअजीज के द्वारा मैथ्स की विशेषज्ञ और आर्थिक मामलों की कंसलटेंट डॉक्टर मनाहिल को भी सऊदी नागरिकता अता करने का शाही फरमान जारी कर दिया है।
सऊदी अरब के अखबार 24 की रिपोर्ट के मुताबिक सऊदी नागरिकता मिलने पर मनाहिल ने दिली खुशी जाहिर की है और इस मौके पर उन्होंने कहा है कि प्यारे देश की सेवा करने का सफर आगे भी ऐसे ही जारी रहेगा।
डॉक्टर मनाहिल ने सऊदी नागरिकता मिलने पर हरम शरीफ के कस्टोडियन बादशाह सलमान बिन अब्दुलअजीज और क्रॉउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान का शुक्रिया है।
डॉक्टर मनाहिल फाइनेंसियल इंजीनियरिंग में पीएचडी करने वाली सबसे कम उम्र की महिला हैं उन्होंने 25 साल की उम्र में पीएचडी कर ली थी।
अल मरसद वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक उनका पूरा नाम मनाहिल अब्दुल रहमान साबित है। वह 1981 में पैदा हुई थी मैथ्स और इकोनॉमिक्स की विशेषज्ञ हैं और वित्तीय मामलों की कंसलटेंट हैं। वह यमन के ताज इलाके से संबंध रखती हैं।
15 साल की उम्र में इंटरमीडिएट करने के बाद वह अमेरिका चली गई थी जहां उन्होंने अमेरिकन यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएशन किया इंजीनियरिंग में पीएचडी करने वाली दुनिया की सबसे कम उम्र महिला हैं उन्होंने 25 साल की उम्र में पीएचडी कर ली थी।
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