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अमेरिका को फिर से ईरान के खिलाफ़ फौजी ऑप्शन को लेकर करना चाहिए गौर
अमेरिका के दूतावास और पूर्व राजनैतिक अधिकारियों के द्वारा बताया गया है कि ईरान को परमाणु हथियारों की तैयारी और ड्रोन प्रोग्राम से रोकने के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन को फौजी ऑप्शन पर भी गौर करना चाहिए।
अरब न्यूज़ की रिपोर्ट के मुताबिक पैनल की मेजबानी नेशनल काउंसिल ऑफ रेजिस्टेंस ऑफ ईरा न के द्वारा की गई है।
पैनल में पूर्व पूर्व सेनिटर जोज़फ़ लेबरमैन पूर्व सेक्रेटरी आर्म कंट्रोल एंड इंटरनेशनल सिक्योरिटी रॉबर्ट जोज़फ़ पूर्व डायरेक्टर डिफेंस इंटेलिजेंस एजेंसी डेबिट शेड जार्जटाउन यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर मैथ्यू क्रूइंग और ज्यूइश इंस्टिट्यूट के राष्ट्रीय सुरक्षा कॉउंसिल के डायरेक्टर जॉनाथन रुहे भी शामिल हैं।
एन सी आर आई के द्वारा विस्तृत रिपोर्ट जारी की गई है कि कैसे ईरान लेबनान इराक यमन औऱ सऊदी पर हमला करने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर रहे हैं और कैसे वह चीन रूस और वेनेजुएला के साथ संबंध बना रहे हैं।
लेबर मेनन ने वाशिंगटन में एनसीआरआई के भागीदारों को बताया है कि यह बात हमारे मित्र राष्ट्रों के लिए तस्वीश की वजह बन चुकी है कि वह हमारे ऊपर एकाधिकार नहीं कर सकते हैं।
इस संबंध में उनका कहना है कि हम वियाना में अमेरिका को परमाणु अनुबंध में शामिल करने के लिए लगातार कोशिश करके गलती कर रहे हैं। हालांकि ऐसा करना अच्छी नियत से किया जा रहा है लेकिन वह हकीकत तक नहीं पहुंच पा रहे हैं कि जो कुछ ईरान वियाना या फिर दुनिया में कर रही है।
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