दुनिया भर में सोलो फ्लाइट करने वाले कम उम्र की लड़कियों का रिकॉर्ड कायम करने की कोशिश में ब्रिटेन की एयरक्राफ्ट पायलट रिपोर्ट सऊदी अरब में किंग खालिद इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहुंचीं।
सऊदी प्रेस एजेंसी की तरफ से जारी किए गए बयान में बताया गया है कि माइक्रो लाइट एयरक्राफ्ट में सवार रिथरफोर्ड 52 देशों से गुजरते हुए सऊदी में रुकी।
बयान के मुताबिक उनके वर्ल्ड टूर का मकसद लड़कियों और महिलाओं के साइंस टेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग और गणित विषय पढ़ने के लिए हौसला बढ़ाने के साथ-साथ एयरक्राफ्ट में दिलचस्पी पैदा करना है।
कम उम्र की पायलट के इस अभियान की मेजबानी में देश के साथ सऊदी एविएशन क्लब सिविल एविएशन अथॉरिटी और रियाद एयरपोर्ट कंपनी के द्वारा सहयोग किया गया है ताकि एयरक्राफ्ट क्षेत्र में महिलाओं के किरदार को उजागर किया जा सके
खास तौर पर देश के वीजन 2030 के तहत सऊदी महिलाओं को सशक्त बनाया जा सके।
ज़ारा का कहना था कि वह रियाद पहुंचने पर बेहद खुश हैं और उड़ान के द्वारा उन्हें कभी ना भूलने वाली यादें मिली हैं जिसका अनुभव असाधारण था।
जारा ने अगस्त में पश्चिमी बेल्जियम के एयरपोर्ट से उड़ान भरी थी और वह 32000 मील की उड़ान से पांच महाद्वीपों का सफर करने का इरादा रखती हैं। उन्होंने इस टूर के लिए 2 सीटों वाले विशेष विमान तैयार कराए हैं। उन्होंने बताया कि फिलहाल वह एक सीट को फ्यूल टैंक के तौर पर इस्तेमाल कर रही हैं।